नवंबर 2003 में, वडोदरा के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और उच्च औद्योगिक शहर में स्थापित, एसएमपी तकनीकी सेवाओं का प्रमुख है ।
संस्थान को स्थापित किया गया रखरखाव इंजीनियरों के व्यापक तकनीकी विकास प्रदान करने के लिए 'सिंगल विंडो' के रूप में और इसलिए प्रशिक्षण का केंद्र-बिंदु फील्ड इंजीनियर हैं जो ऑयल फील्ड उपकरण का संचालन और रखरखाव करते हैं।
- एसएमपी ने 120 के लक्ष्य के खिलाफ 161 प्रशिक्षण आयोजित किए
- कुल कार्यकारी प्रशिक्षित - 1340 (155 जीटी सहित)
अनुरक्षण पद्धति संस्थान (एसएमपी), वड़ोदरा
A. वर्ष 2019-2020 की मुख्य झलकियां
अपने लक्ष्यों से अधिक प्राप्त करने की परम्परा की सततता में अनुरक्षण पद्धति संस्थान (एसएमपी), वड़ोदरा ने वर्ष 2019-20 में भी सहमति ज्ञापन के लक्ष्यों को पार किया |
प्रथम : सहमति ज्ञापन द्वारा तय 120 प्रशिक्षणों के लक्ष्य को पार करते हुए 161 प्रशिक्षण कार्यक्रम कराए गए जिसमें अधिकांशतः सिमुलेटर और उपकरण आधारित थीं | कुल 1340 कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया |
द्वितीय : निम्नानुसार अनुसूचित चार नए प्रशिक्षण कार्यक्रम कराए गए :
- मेसर्स बीजीजीटीएस, हैदराबाद द्वारा “फ्रेम 5 गैस टरबाइन का ओ एण्ड एम्” प्रशिक्षण कार्यक्रम पहली बार कराया गया |
- राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान, गुरुग्राम द्वारा सौर पीवी शक्ति संयंत्र पर प्रशिक्षण कार्यक्रम पहली बार कराया गया |
- विभिन्न परिसंपत्तियों के तकनीकी अंकेक्षकों के लिए पहली बार एनपीसी, चेन्नै द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम कराया गया |
- ओईएम् विंडमास, देहरादून तथा सीएमटी और प्रशिक्षकों के सहयोग से पहली बार “पीएलसी आधारित बीओपी संचयक ईकाई” पर पांच प्रशिक्षण कायक्रम कराए गए |
तृतीय : पूर्वोत्तर पर विशेष ध्यान
(अ) पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए ओएनजीसी की स्थानांतरण नीति को ध्यान में रखते हुए नई रिगों ईवी – 2000 पर स्थापित एक एबीबी रचित वीएफडी सिमुलेटर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया |
(ब) पूर्वोत्तर के कार्मिकों के लिए विशेष तौर पर डीजल इंजन और पंक पम्प के सम्बन्ध में चार साईट प्रशिक्षण कार्यक्रम कराए गए |
चतुर्थ ज्ञानक्षेत्र विशेषज्ञ : विभिन्न अभितट प्रतिष्ठापनों और संयंत्रों के 12 ओएनजीसी अभियंताओं को विशेष तौर पर परिकल्पित चार मॉड्यूल प्रशिक्षण कार्यक्रमों, जो साल भर में फैले थे, द्वारा “कंपन विश्लेषण के ज्ञान क्षेत्र के विशेषज्ञों” के रूप में विकसित किया गया |
केटरपिलर इंजन 3512बी पर मोड्यूल – 1, मोड्यूल – 2 तथा मोड्यूल – 3 प्रशिक्षण कार्यक्रम कराए गए | ओएनजीसी के विभिन्न जगहों से 10 अभियंताओं को इलेक्ट्रॉनिक कैट इंजन 3512बी के ज्ञानक्षेत्र विशेषज्ञ के रूप में मान्य किया गया |
पंचम क्षेत्र कार्यशाला : विभिन्न कार्यकेंद्रों पर कुल 8 क्षेत्र प्रशिक्षण आयोजित किये गए |
पूर्वोत्तर के कार्मिकों के लिए विशेष तौर पर कार्यस्थल पर महत्वपूर्ण रिग उपकरण यथा वीएफडी / एसी ड्राइव पर सिमुलेटर आधारित प्रशिक्षण, एटलस कॉपको वायु संपीडक तथा पंक पम्प आदि संबंधी प्रशिक्षण कार्यक्रम कराए गए| अपतट वेधन रिग पर एनओवी द्वारा बनाए गए नमूने 9एस/11एस पर टॉप ड्राइव प्रशिक्षण आयोजित किया गया |
षष्ठम स्नातक प्रशिक्षु :
कुल 155 स्नातक प्रशिक्षुओं (जी.टी.) को पांच हफ्ते के विशेषज्ञता प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षण दिया गया | प्रशिक्षुओं का विभागवार ब्योरा निम्नवत है :
अ) यांत्रिकी : 52
ब) इंस्ट्रूमेंटेशन : 23
स) इलेक्ट्रोनिक्स : 17
द) विद्युत : 63
ब. पिचले तीन वर्ष की उपलब्धियों का रुझान (तय लक्ष्य : प्राप्ति )
वर्ष | कार्यक्रमों की संख्या | प्रशिक्षित अधिकारियों की संख्या | |
---|---|---|---|
सहमति ज्ञापन का लक्ष्य | प्राप्ति | ||
2017-18 | 120 | 162 | 1409 |
2018-19 | 120 | 145 | 1347 |
2019-20 | 120 | 161 | 1340 |
वर्ष 2019-20 में कार्यक्रमों की संख्या के आधार पर लक्ष्यसिद्धि सहमति ज्ञापन के लक्ष्य का 134% रही |
स. पहल
नवीकरणीय ऊर्जा तथा ऊर्जा दक्षता
- अनुरक्षण पद्धति संस्थान ने पहली बार राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान, गुरुग्राम में दो सौर ऊर्जा पी.वी.संयंत्र विशेषज्ञता प्रशिक्षण कराए तथा
- विभिन्न अपतट तथा अभितट स्थलों से 15 अभियंताओं को राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद, चेन्नै के माध्यम से “ऊर्जा अंकेक्षकों और प्रबंधकों हेतु गहन प्रारंभिक पाठ्यक्रम” को प्रशिक्षित किया गया |
- एसएमपी वायु प्रशीतित्र जो कि 10 वर्षों से ज्यादा पुराने थे, उन्हें ऊर्जा दक्ष इनवर्टर प्रशीतित्र से बदला गया |
द. तकनीकी अंकेक्षक प्रशिक्षण :
तकनीकी अंकेक्षकों के लिए राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद चेन्नै में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया | एक बैच में 15 अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया |