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Sea Survival Training

  • Why is Sea Survival Training critical?

  • ONGC’s Sea Survival Centre: A National, and indeed, a Global asset

  • Safety is paramount and valuable

  • A Training for all!

  • Other important training protocols


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विश्व हिंदी परिषद द्वारा दिनांक 13 सितंबर, 2019 को एनडीएमसी सभागार दिल्ली में आयोजित अंतराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन के भव्य कार्यक्रम में महामहिम राज्यपाल सुश्री मृदुला सिन्हा जी,संसदीय कार्य मंत्री एवं उद्यम मंत्रालय स्वतंत्र राज्य प्रभार मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल एवं माननीय सांसद श्री के.सी त्यागी जी,नीति आयोग के प्रमुख सलाहकार श्री अनिल श्रीवास्तव एवं इस कार्यक्रम के सह संयोजक एनडीएमसी सचिव के कर कमलों से अंतराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन में तकनीकी क्षेत्र में राजभाषा के सर्वोत्कृष्ट कार्यनिष्पादन हेतु ओएनजीसी को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया । यह पुरस्कार माननीय राजेश कक्कड़ जी निदेशक (अपतट) और श्री एच.पी.सिंह,समूह महा प्रबंधक-प्रधान समन्वय ने ग्रहण किया ।

ओएनजीसी को तकनीकी क्षेत्र में राजभाषा का सर्वोत्कृष्ट सम्मान

इस अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री जी एवं उपराष्ट्रपति महोदय के कार्यक्रम आधारित संदेश पढ़कर सुनाए गये । इसके बाद सत्र में गोवा की महामहिम राज्यपाल सुश्री मृदुला सिन्हा जी द्वारा रचित *हिंदी माथे की बिंदी* गीत से कार्यक्रम की आधरभूमि स्थापित हुई ।

ओएनजीसी को तकनीकी क्षेत्र में राजभाषा का सर्वोत्कृष्ट सम्मान

ओएनजीसी को तकनीकी क्षेत्र में राजभाषा का सर्वोत्कृष्ट सम्मान

दो दिवसीय (13-14 सितम्बर, 2019) इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में हिन्दी भाषा और साहित्य के प्रति समर्पित देश-विदेश से आए सुविख्यात हिन्दी प्रेमी उपस्थित रहे । उक्त सम्मेलन का उद्देश्य समाज-सापेक्ष, व्यावहारिक, सरल एवं सुबोध तथा क्षेत्रीय भाषाओं के शब्दों को साथ लेकर जीवंत हिन्दी बनाना है, क्योंकि मातृभाषा, क्षेत्रीय भाषा, राजभाषा, संपर्क भाषा और अंतरराष्ट्रीय भाषा के रूप में हिन्दी की बहुआयामी भूमिका है।