भारत में सौर ऊर्जा की प्रगति के साथ, ओएनजीसी में अनेक आवासीय कॉलोनियों के पास और जल हीटर तथा सौर विद्युत वाली सौर लाइटें हैं । अपतट क्षेत्रों में मानवरहित तैनाती वाले प्लेटफार्म भी नौवहन लाइटों और टेलीमीटर इकाइयों के लिए सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करते हैं । ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों को उपयोग में लाने के लिए, ओएनजीसी ने, भारत में सौर ऊर्जा का दायरा बढ़ाने के लिए संरचित पहलें की हैं।
- ` 7.8 करोड़ की लागत पर बेस परिसर राजपमुंदरी परिसंपत्ति में 18 अक्तूबर, 2015 को 1 मेगावाट सौर फोटो वोल्टाइक विद्युत संयंत्र स्थापित किया गया था।
- उरण संयंत्र में 125 केडब्ल्यू ग्राउंड माउंटेड सौर पीवी संयंत्र प्रचालन में है।
- 647 केडब्ल्यू की कुल क्षमता वाले ग्रिड से जुड़े 11 रूफ टॉप सौर विद्युत संयंत्र, ओएनजीसी में विभिन्न कार्यालय भवनों में प्रचालनरत हैं।
- 10 मेगा वाट ग्राउंड माउंटेड सौर विद्य1त संयंत्र, हजीरा संयंत्र में कार्यान्वयन के अधीन है। वित्तीय वर्ष 2017-18 के दौरान ` 47.1 करोड़ की लागत वाला सौर संयंत्र संस्थापित किए जाने की आशा है।