भारत के 71वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक का भाषण
ओ.एन.जी.सी. के आदरणीय अग्रणीजन,
ओ.एन.जी.सी. परिवार के प्रिय सदस्यगण,
परेड में उपस्थित अधिकारीगण, जवानों और बच्चों,
सम्मानित अतिथिगण,
मीडिया से आये बंधु,
देवियों और सज्जनों,
वन्दे मातरम !
- आप सभी को शुभ प्रभात।
- आपके बीच यहां होना सदैव एक प्रसन्नता का विषय है ... और स्वतंत्रता दिवस तथा गणतंत्र दिवस का आयोजन, खास कर हमारे अपने 'उद्गम स्थल' में इसे और भी यादगार बना देता है।
- सर्वप्रथम, मैं हमारे राष्ट्र के 71 वें गणतंत्र दिवस पर प्रत्येहक ONGCian और उनके परिवारजनों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। यह सत्य है कि हम-विभिन्न स्थानों पर रह रहे ONGCian देश के विकास या संगठन के इतिहास के महत्वपूर्ण अवसरों का जश्न मनाने के लिए इस प्रकार से एक साथ आते हैं……… , चाहे व्यक्तिगत रूप से यहाँ आते हों ……..या इंटरनेट के माध्यम से संपर्क में आते हों।
- यह सामुदायिक और एकजुटता की भावना का एहसास कराता है - और साथ ही हमें एक संघ के तौर पर अभी तक हमारी यात्रा में की गई सामूहिक प्रगति पर विचार करने में समर्थ बनाता है। एक भावना जो अक्सर रोजमर्रा के काम-काज और जीवन-यापन में गायब रहती है।
- गणतंत्र दिवस सही मायने में उस दिन का प्रतीक है जब पहली बार राष्ट्र अपने आस्तित्व में आया था। यह संयोग है कि 1950 के इस दिन .......... जब हमने अपना संविधान अपनाया था, ………. सन 1930 में तब 'पूर्ण स्वराज' की घोषणा की गई थी।
- जहां देश ने 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त की थी, यह 70 साल पहले आज ही के दिन हुआ था जब इसे अपनी खुद की आवाज, तर्कशक्ति और अंतरआत्मा मिली थी।
- मेरा मानना है कि आज देश के नागरिकों के लिए संविधान सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज है - भारत जैसे विविध देश की कई आकांक्षाओं और प्राथमिकताओं को अभिव्यक्त करने वाला। यह दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए मार्गदर्शक प्रकाश बन गया है।
- हमारे संगठन ने देश के विकास और इसकी आकांक्षाओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पिछले 7 दशकों में, ऊर्जा क्षेत्र में, विशेष रूप से अपस्ट्रीम तेल और गैस में ओएनजीसी का योगदान, देश के विकास के लिए एक मजबूत आधार बनाने में महत्वपूर्ण रहा हैं।
- ओएनजीसी कर्मियों के रूप में, हम उस विरासत के गर्वीले ध्वजवाहक हैं। और आज हम जैसे-जैसे एक नए दशक में कदम रख रहे हैं, हम में से हरेक की यह जिम्मेवारी है कि वह न केवल कड़ी मेहनत से प्राप्त विरासत की रक्षा करे, बल्कि ओएनजीसी को नए ऊर्जा भविष्य में भी ले लेकर जाए – ऐसा जो नए भारत और उसके आदर्शों तथा महत्वाकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करता हो।
- हम सभी हमारी आयात निर्भरता के बारे में काफी जागरूक हैं – इस प्रकार, ऊर्जा आयात पर हमारी निर्भरता को समाप्त करने के लिए अधिक उत्पादन करने की अनिवार्यता बनी हुई है। लेकिन, मेरे हिसाब से, हमारी कंपनी को बदलने की बड़ी चुनौती यह होगी कि वह देश के अग्रणी ऊर्जा अन्वेषक के रूप में अपने दर्जे को बनाए रखे और आने वाले वर्षों तक भारतीय ऊर्जा विमर्श के लिए प्रासंगिक बनी रहे।
- भविष्य की बात करें तो बदलते वैश्विक और घरेलू ऊर्जा परिदृश्य में भविष्य के लिए तैयार हो रही ऊर्जा कंपनी के रूप में विकसित होते हुए, ऊर्जा रणनीति 2040 हमारा ’मार्गदर्शक तारा’ होगी। भारतीय तेल और गैस के समूचे लंबे इतिहास के दौरान, ओएनजीसी दिशा निर्धारित करती रही है, खासकर अपस्ट्रीम में। लेकिन यदि हमें इस क्षेत्र में अपना प्रभाव बनाए रखना है तो हमें एक नई नियमपुस्तिका - एक नए रणनीतिक टेम्पलेट – की आवश्यकता होगी।
- ऊर्जा रणनीति 2040 ओएनजीसी की एक नए सिरे से परिकल्पना करती है....... इसमें हित और प्रभाव तेल और गैस से परे नए ऊर्जा और प्रौद्योगिकी मोर्चों जैसे नवीकरणीय ऊर्जा, वैकल्पिक स्रोतों, बैटरी, कृत्रिम बुद्धिमता में प्रसारित होंगे।
- ईएस 2040 के लिए समूची ओएनजीसी द्वारा निरंतर और सुसंगत कार्य करने की आवश्यकता होगी और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस संभावित परिवर्तनकारी कवायद के अपने वायदा किए गए उद्देश्य तक पहुंचने के लिए आपका समर्थन और प्रतिबद्धता आवश्यक होगी।
- वित्तीय वर्ष 19 में हमारा निष्पादन सकारात्मक रहा है। हमने पहली बार की खोजों के साथ बंगाल और विंध्य बेसिन में संभाव्यताएं खोली हैं। 24.75 बीसीएम पर हमारा घरेलू गैस उत्पादन अब तक का सबसे अधिक था। हमने एक लाख करोड़ रुपये का अब तक का सबसे अधिक राजस्व अर्जित किया। ओएनजीसी विदेश की विदेशी संपत्तियों से उत्पादन अब तक का सबसे अधिक था।
- यह हमारे डाउनस्ट्रीम पोर्टफोलियो के लिए एक विशेष रूप से प्रभावशाली वर्ष था। एमआरपीएल ने अपना अब तक का सबसे अधिक थ्रूपुट हासिल किया, जबकि एचपीसीएल ने अपनी उच्चतम बिक्री मात्रा दर्ज की। पेट्रोरसायन में, ओएमपीएल ने पहली बार लाभ अर्जित किया और संयंत्र का लगभग 100% क्षमता पर प्रचालन किया गया। ओपीएएल ने भी 100% क्षमता उपयोग प्राप्त किया है। हमारे विद्युत उपक्रम – ओटीपीसी - ने अपना अब तक का सबसे अधिक टर्नओवर और लाभ प्राप्त किया।
- ऊर्जा क्षेत्र में हमारे प्रयासों को वैश्विक और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर महत्वपूर्ण सम्मान भी मिले हैं। इनमें से कुछ उल्लेखनीय हैं :
- सीएसआर के लिए एस एंड पी प्लैट्स ग्लोबल एनर्जी पुरस्कार 2019 : आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि ……. हम कुछ चुनिंदा भारतीय कंपनियों में से थे जिन्हें प्लैटस पुरस्कारों की विभिन्न श्रेणियों में नामित किया गया था। और हम पुरस्कार प्राप्त करने वाली एकमात्र भारतीय कंपनी के रूप में सामने आए।
- एफआईपीआई द्वारा एक्सप्लोरेशन कंपनी ऑफ द ईयर 2019 पुरस्कार
- निरंतर उत्कृष्टता ओएनजीसी की अब तक की यात्रा की एक बानगी रही है और ये पुरस्कार और सम्मान ऊर्जा क्षेत्र में हमारी प्रगति की एक सकारात्मक पुष्टि हैं। वस्तुत: सीएसआर के लिए प्लैट्स ग्लोबल पुरस्कार कुछ और भी महत्वपूर्ण बताता हैं – यह कि हम अपने समाज में हितधारकों के साथ व्यवसाय के अलावा अन्य कारणों से भी प्रासंगिक हैं। यह हमारे बड़े व्यावसायिक उद्यम के महत्व और अंत:करण पर प्रकाश डालता है।
- प्रिय ओएनजीसी कर्मियो, हमें साथ ही साथ आत्मसंतुष्ट होने तथा अपने अतीत पर ही ध्यान देते रहने से बचना होगा ताकि यह हमारे दृष्टिकोण पर छा न जाएं और भविष्य के लिए हमारी महत्वाकांक्षाओं को धूमिल न कर दे। हमारे इतिहास से हमें केवल उत्कृष्टता के ऊंचे सोपानों पर पहुँचने के लिए प्रेरणा लेनी चाहिए।
- इसके अलावा, जब आप हमारे जैसे एक जीवंत और विकास-उन्मुख देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने वाले प्रमुख ऊर्जा प्रचालकों में से एक हैं, तो वहां हमेशा अधिक करने की गुंजाइश होती है।
- लेकिन किसी भी व्यवसाय, विशेष रूप से तेल और गैस उद्योग के लिए, कार्रवाई की शुरूआत और सर्वप्रथम प्रतिबद्धता, सुरक्षा होनी चाहिए। जहां प्रौद्योगिकी विकास और परिचालन सुरक्षा के अधिक कठोर मानकों के चलते क्षेत्र के भीतर जोखिमों को कम करने के लिए बहुत कुछ किया गया है, हमारा और अधिक गहरे जल या एचपी-एचटी जैसे कठिन और जटिल क्षेत्रों में प्रवेश का अर्थ है कि जोखिम भी उसी अनुपात में बढ़ा है।
- अत:, मैं हर किसी से आग्रह करूंगा कि जब भी ड्यूटी पर हों तो सदैव सतर्क रहें और सभी एसओपी का 100% अनुपालन सुनिश्चित करते रहें।
- ओएनजीसी के लिए सुरक्षा ढांचे के साथ आगे बढ़ाने का एक तरीका यह है कि जहां भी संभव हो, मानवीय विवेक को न्यूनतम और बाद में चूक की संभावना को सीमित करने के उद्देश्य से प्रौद्योगिकीय हस्तक्षेपों का जोर-शोर से उपयोग किया जाए।
- विश्व स्तर पर, उत्पादकता, सुरक्षा और धारणीयता हेतु डिजिटलीकरण को क्षेत्र के लिए 'गेम-चेंजर ’के रूप में देखा जा रहा है, ये तीनों विकसित हो रहे ऊर्जा मैट्रिक्स में उत्कृष्टता के निश्चित चिन्ह होने जा रहे हैं। हम अपने दीर्घकालिक रोडमैप के हिस्से के रूप में 'डिजिटलाइजेशन' को भी प्राथमिकता दे रहे हैं।
- आइए अब हम इस पर भी जल्दी से नजर डाले कि हमने वर्तमान वित्तीय वर्ष में अपने प्रमुख ईएंडपी खंड में क्या हासिल किया है। इससे हमें अपने लक्ष्यों के संबंध में तय की जा चुकी दूरी का आकलन करने और इसे एक और अच्छा वित्तीय वर्ष बनाने के लिए अंतिम तिमाही में किए जाने वाले आवश्यक प्रयासों और इनपुट को समझने में मदद मिलेगी।
- अब तक 10 खोजें की गई है। उनमें से डब्ल्यूओबी में होने वाली 3 (B-218-1, 219-1 और WO-24-10) हमारे प्रचुरता वाले एमएच क्षेत्र में नई मात्राओं को जोड़ने की उनकी क्षमता के मामले में महत्वपूर्ण हैं। की गई 10 खोजों में से 2 का पहले ही मुद्रीकरण किया जा चुका हैं;
- ओएनजीसी ने पन्ना-मुक्ता प्रचालनों के स्वामित्व को पुनः प्राप्त किया है; 10000 बीपीडी तेल और 4 एमएमएससीएमडी गैस का उत्पादन करने वाले दो फील्ड देर से परिपक्व होने वाले फ़ील्डों हेतु उत्कृष्ट ऑपरेटर के रूप में हमारी साख को सिद्ध करने का एक शानदार अवसर प्रदान करते हैं;
- वर्ष के दौरान, हमने रत्ना-आर सीरीज़ फ़ील्ड्स (आर-10 और आर-7) से भी उत्पादन शुरू किया, जो 23 साल बाद हमें वापस सौंपे गए थे;
- वर्तमान में 190 एमएमटीओई से अधिक के अनुमानित संचयी जीवन चक्र लाभ के साथ 23 परियोजनाएं चल रही हैं। परियोजना कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है। अधिकांश वर्तमान परियोजनाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चल रही हैं।
- हम इस तिमाही में अपनी प्रमुख गहरा जल परियोजना केजी-डीडब्ल्यूएन-98/2 से पहली गैस की प्रत्याशा कर रहे हैं, जिसका अर्थ होगा कि वित्तीय वर्ष 2020 एक और उपलब्धि के साथ समाप्त होगा और ओएनजीसी के लिए एक आशाजनक भविष्य की शुरुआत के संकेत देगा।
- धारणीयता, आने वाले दशक और उससे आगे की ऊर्जा गाथा के एक प्रमुख थीम बनने जा रही है। और ठीक ही है क्योंकि जलवायु परिवर्तन एक वास्तविक मुद्दा है और इसने हर किसी के जीवन को प्रभावित करना प्रारंभ कर दिया है। ओएनजीसी में, हम विभिन्न उपायों के माध्यम से अपने धारणीयता प्रयासों को चला रहे हैं -
- ईओआर के लिए सीओ2 परियोजना को फास्ट ट्रैक पर लिया जा रहा है जो देश में अपनी तरह का पहली होगी और हमारे कार्बन पदचिह्न को महत्वपूर्ण ढंग से ऑफसेट करेगी। हमने गांधार में हमारे फील्डों में कार्बन कैप्चर और उपयोग के लिए आईओसीएल के साथ समझौता किया है।
- ओएनजीसी की धारणीय जल प्रबंधन नीति के एक हिस्से के रूप में, जल पदचिह्न अध्ययन किया गया। हम उरान में 10,000 घन मीटर क्षमता वाले समुद्री जल रिवर्स ऑस्मोसिस डिसेलिनेशन संयंत्र स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं, जिसे बाद में 20,000 घन मीटर क्षमता तक बढ़ाया जा सकता है , जो अब से कुछ वर्षों में ताजे पानी की समूची आवश्यकता को समाप्त कर देगा।
- फ्लेयरिंग को कम करने की विभिन्न पहलों से अच्छे लाभ प्राप्त हुए है। अब हम उत्पादन के 1.84 प्रतिशत की फ्लेयरिंग कर रहे हैं - जो दुनिया में सबसे कम में से एक है।
- हमने आंतरिक भार को पूरा करने के लिए गृहीत और विकेंद्रीकृत बिजली उत्पादन के लिए माइक्रो-टर्बाइनों का नियोजन शुरू कर दिया है। दो मशीनें लगाई गई हैं,… मेहसाणा और असम में एक-एक। कई अन्य कार्य केंद्र भी जल्द ही इसे कार्यान्वित करने जा रहे हैं। डीजल जनरेटर विद्युत या उपयोगिता विद्युत के स्थान पर सूक्ष्म टरबाइन से उत्पन्न विद्युत का उपयोग, स्वच्छतर ईंधन के उपयोग के माध्यम से पर्यावरणीय भार को कम करेगा।
- गैस आधारित विद्युत संयंत्र (ओटीपीसी), कागज रहित कार्यालय, एकल उपयोग प्लास्टिक पर प्रतिबंध सहित कई सीडीएम परियोजनाएं कुछ अन्य स्थिरता पहलें हैं जो अतीत में प्रारंभ की गई हैं।
- ओएनजीसी के विभिन्न कार्य केंद्रों पर वित्तीय वर्ष 2020 के दौरान लगभग 54000 एलईडी लाइटें लगाई गई हैं, जिससे एलईडी लाइटिंग प्रोग्राम के कार्यान्वयन के तहत एलईडी लाइटों की कुल संख्या 2.61 लाख हो गई हैं – जो हमारे व्यवसाय की कार्बन गहनता को कम करने के अलावा हमारे लिए सालाना 35 करोड़ रूपए की बचत भी करेगा।
- कुल स्थापित सौर क्षमता 25 मेगावाट है - तातिपका-राजामुंदरी और असम-नजीरा में स्थापित किए जाने के माध्यम से वर्ष के दौरान और 6 मेगावाट के चालू होने की आशा है;
- दोहरी ईंधन गैस सम्मिश्रण (डीजीबी) प्रणाली आज अंकलेश्वर परिसंपत्ति के तीनों ड्रिलिंग रिगों में लागू की गई है जहाँ गैस की आपूर्ति पाइपलाइनों के माध्यम से की जा सकती है। असम परिसंपत्ति के ड्रिलिंग रिग पर डीजीबी कार्यान्वयन प्रक्रियाधीन है। इससे लगभग 50-70 प्रतिशत तरल ईंधन का प्रतिस्थापन हुआ है। हम 27 ड्रिलिंग रिग प्राप्त करने की प्रक्रिया में हैं और ये सभी उन में एम्बेडेड डीजीबी प्रणाली के साथ आएंगे।
- नई तकनीकें जैसे कि "पिटलेस या क्लोज-लूप ड्रिलिंग" जो एक विशिष्ट इंजीनियर ऑनसाइट ड्रिलिंग अपशिष्ट उपचार प्रणाली है, ..... जो कचरे के गड्ढे बनाए बिना पर्यावरण को क्षति को समाप्त करने में सक्षम है।
- ओएनजीसी में एकमात्र पिट रहित ड्रिलिंग की पहल ने राजमुंदरी में बीकेएए में सफलता दर्ज की है। इसने पर्यावरणीय प्रभावों, भूमि अधिग्रहण की चिंताओं को न्यूनतम करने और लागत-प्रभावशीलता को अधिकतम करने के नए मार्ग खोले हैं।
- समूची समुद्री जल आधारित ड्रिलिंग द्रव्य प्रणाली (डीएफएस) के कार्यान्वयन के साथ, ….. हम ताजे पानी के उपयोग को कम करने जा रहे हैं, जिससे कीमती ताजे पानी की बचत होगी ।
- दिशा के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के पश्चात हमारे पेपरलेस अभियान को आगे ले जाने के लिए, ...ओएनजीसी, इसकी सहायक कंपनियों और संयुक्त उद्यम कंपनियों की सभी ईसी/ईपीसी बैठकों और बोर्ड की बैठकों, ... को अब समर्पित वेब आधारित पोर्टलों के माध्यम से पेपरलेस आयोजित किया जा रहा है । इसी तरह, सभी कल्याण ट्रस्टों की बैठकें भी अब पेपरलेस मोड में आयोजित की जाती हैं।
- एक अखिल भारतीय टोल-फ्री 24x7 हेल्पलाइन नंबर "1800 - 1800 - 088" को आसान संचार की सुविधा के लिए और सबसे तेज़ साधनों के माध्यम से वास्तविक जानकारी प्राप्त करने के लिए स्थापित किया गया है। इसका उपयोग आपातकालीन स्थितियों के दौरान भी किया जा सकता है जैसे …… प्राकृतिक आपदाओं या किसी अन्य अप्रत्याशित घटना के दौरान जानकारी देने के लिए, ……… इसके अलावा ओएनजीसी परिसर में और उसके आसपास होने वाली किसी घटना की सूचना देने के।
- 1 जनवरी को सभी स्तरों के 2020 के पदोन्नति आदेश जारी किए गए थे।
- अक्टूबर 2019 में नई केंद्रीकृत स्वास्थ्य देखभाल सूचना प्रणाली शुरू की गई थी; नए इंटीग्रेटेड एचआईएस मॉड्यूल के पुराने संस्करण की तुलना में विभिन्न फायदे हैं - अब, ओएनजीसी के लाभार्थी सभी कार्य केंद्रों पर चिकित्सा सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। डाटा भी तेजी से प्राप्त होता है।
- प्रसिद्ध फार्मेसी श्रृंखलाएं लगभग सभी कार्य केंद्रों पर पहले से ही सूचीबद्ध हो चुकी हैं; और अब मुझे यकीन है कि यह हमारे लाभार्थियों को अधिक आराम और सुविधा के साथ गुणवत्ता वाली दवाएं प्रदान कर रहा है।
- विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर, गांधीनगर में 3 से 5 दिसंबर तक 200 से अधिक प्रतिभागियों की भागीदारी के साथ 3 ओएनजीसी पैरा खेलों का आयोजन किया गया था । यह हमें एक समावेशी संगठन होने की दिशा में आगे ले जाता है,….. हमारे सभी हितधारकों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील होने वाला।
- कार्यकारी समिति ने 2020 में ओएनजीसी के कार्य स्थानों पर ओपन फ़ोरम आयोजित करने के लिए एक वार्षिक कैलेंडर… को तैयार किया है। इस तरह का पहला फोरम मेहसाणा परिसंपत्ति में हाल ही में आयोजित किया गया था। इस फोरम ने एक इंटरफ़ेस के रूप में कार्य किया और बहुत उत्साह देखा गया।
- संगठन के साथ एक सकारात्मक जुड़ाव को बढ़ावा देने के लिए ... और उनके कुशलक्षेम तथा पेशेवर विकास के बारे में विश्वास पैदा करने के लिए, ... हम हमेशा उन नीतियों और उपायों को लाने में लगे हुए हैं जो आज के कार्य स्थान और कर्मचारी प्राथमिकताओं के लिए प्रासंगिक हैं। पिछले एक वर्ष के दौरान किए गए कुछ उपाय हैं :-
- एनपीएस कर्मचारियों के लिए फायदेमंद है और पीआरबीएस के संयोजन में कर के संबंध में दक्ष है, मौजूदा पीआरबीएस योजना के साथ एनपीएस योजना शुरू करने का निर्णय लिया गया है। एनपीएस कर्मचारियों के लिए एक वैकल्पिक योजना होगी।
- कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति-पश्च चिकित्सा लाभ को सुरक्षित करने के लिए, ... समर्पित सेवानिवृत्ति-पश्च निधि बनाई गई है।
- हमारे वार्षिक पुरस्कार देश की ऊर्जा सुरक्षा की तलाश में ओएनजीसी कर्मियों द्वारा किए गए विशेष प्रयासों के प्रति सराहना दर्शाने का एक और तरीका है। ये उपलब्धियां और खोज हमारे संगठन में प्रतिभा और विशेषज्ञता की व्यापक मौजूदगी के पर्याप्त प्रमाण हैं - हमें वास्तव में कहीं और प्रेरणा की तलाश करने की आवश्यकता नहीं है।
- मैं इस वर्ष के सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई देता हूं और आशा करता हूं कि आपकी उपलब्धियां आपको अपने कर्तव्य बोध के लिए और प्रेरित करेंगी।
- याद रखें, वह हर कार्य महत्वपूर्ण है ........ जो हम सुदृढ़ इरादे और पूरी ईमानदारी से करते है। और आपके द्वारा संपन्न किया जाने वाला हर छोटा कार्य - चाहे वह ऑफिस डेस्क पर हो या रिग फ्लोर या उत्पादन प्लेटफार्म पर या लैब टेबल पर हो - ओएनजीसी को और सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक कदम है।
- तो आइए, हम सभी एक ऐसे ओएनजीसी बनाने के इस प्रयास में अपने दिल और दिमाग को एक साथ लगा दें कि आने वाली पीढ़ियों को इसका हिस्सा होने पर गर्व हो। तब तक, आइए हम ईएस 2040 में परिकल्पना के अनुसार भविष्य के वादे पर विश्वास करना जारी रखें और उन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक व्यक्ति और एक 'टीम' के रूप में जुनून के साथ लगे रहें।
- मैं एक बार फिर हमारे राष्ट्र के 71 वें गणतंत्र दिवस पर ओएनजीसी परिवार में प्रत्येक सदस्य को हार्दिक बधाई देता हूं।