ओएनजीसी द्वारा कर्मचारी वेबसाइट पर नए वेबपेज के माध्यम से पीओएसएच पर जागरूकता उत्पन्न करना
कार्यस्थल पर लैंगिक सुग्राहीकरण और उत्पीड़न निवारण के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए, ओएनजीसी की निदेशक (मानव संसाधन) डॉ. अलका मित्तल ने 29 जनवरी 2020 को पीओएसए वेबपेज और ई-बुक को लॉन्च किया। ओएनजीसी की टीम निदेशक (मानव संसाधन), कारपोरेट डी एंड ए, कारपोरेट विधि और कारपोरेट संचार के सहयोगात्मक प्रयासों से यौन उत्पीड़न के निवारण (पीओएसएच) वेबपेज और ई-बुक को तैयार किया गया है और इसे ओएनजीसी के आंतरिक कर्मचारी पोर्टल पर शामिल किया गया है।
ओएनजीसी की निदेशक (मानव संसाधन) डॉ. अलका मित्तल ने पीओएसएच वेबपेज, ई-बुक लॉन्च करते हुए
इस पहल की सराहना करते हुए, निदेशक (मानव संसाधन) ने कहा कि नया वेबपेज प्रमुख ऊर्जा कंपनी द्वारा अपने कार्यस्थल पर समावेश की दिशा में उठाया गया एक और कदम है। यह कहते हुए कि विभिन्न स्रोतों से जानकारी का गलत अर्थ निकाला जा सकता है, डॉ. अलका मित्तल ने कहा, "अब हमारे पास एक उचित प्रणाली है जहां से हम एक स्रोत से पीओएसएच के बारे में सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।"
निदेशक (एचआर) ने कहा कि वेबपेज की सामग्री व्यापक प्रतीत होती है और पीओएसएच जागरूकता पर दृश्य और वीडियो क्लिप को जोड़कर समय के साथ इसे और बढ़ाया जा सकता है। वर्तमान सामग्री को और बेहतर करने के लिए उन्होंने प्रमुख कार्यपालकों से सुझाव मांगे।
पीओएसएच वेबपेज की कुछ मुख्य विशेषताओं में निम्नलिखित शामिल हैं :
- यौन उत्पीड़न संबंधी नीति
- ई-बुक
- लैंगिक सुग्राहीकरण
- अधिनियम/नियम
- यौन उत्पीड़न पर हैंडबुक
- पीओएसएच - मामला अध्ययन
- आईसीसी सदस्यों की सूची
- पीओएसएच - टेम्पलेट
पीओएसएच वेबपेज के लॉन्च के दौरान ओएनजीसी के प्रमुख अधिकारियों के साथ निदेशक (मानव संसाधन)
डॉ. मित्तल ने कहा कि ई-बुक शिकायतों की हैंडलिंग के दौरान आंतरिक शिकायत समितियों (आईसीसी) में अधिक स्पष्टता और एकरूपता लाने में सहायता करेगी। उन्होंने कहा कि गोपनीयता बनाए रखने को हमेशा ध्यान में रखा जाना चाहिए और नियंत्रक अधिकारियों तथा आईसीसी को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
निदेशक (मानव संसाधन) ने पाया कि पहल का मुख्य उद्देश्य न केवल निवारण है, बल्कि सुग्राहीकरण भी है। उन्होंने सुझाव दिया कि ओएनजीसी में सभी के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थकर कार्यस्थल सुनिश्चित करने की दिशा में बेहतर सुग्राहीकरण और समझ को समर्थ बनाने के लिए ओएनजीसी के सभी कार्य केंद्रों में पीओएसएच पर जागरूकता कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाने चाहिए।