ओएनजीसी ने गवर्नेंस नाउ 7वें पीएसयू अवार्ड्स में 4 पुरस्कार प्राप्त किए
देश में अग्रणी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) के रूप में इसके संगठनात्मक उत्कृष्टता के एक और प्रदर्शन में, ओएनजीसी ने गवर्नेंस नाउ 7वें पीएसयू अवार्ड्स 2020 में चार पुरस्कार प्राप्त किए। वार्षिक पुरस्कार समारोह 19 फरवरी 2020 को नई दिल्ली में आयोजित किया गया।
महारत्न श्रेणी के अंतर्गत ओएनजीसी को दिए गए चार पुरस्कार इस प्रकार हैं :
- संचार आउटरीच
- डिजिटल पीएसयू
- स्टार्ट-अप्स में निवेश
- सीएसआर और पर्यावरण और धारणीयता
गवर्नेंस नाऊ 7वें पीएसयू अवार्डस में ओएनजीसी कार्यपालक
अधिकारी ब्रदर्स एंटरप्राइज के तत्वावधान में आयोजित इस पुरस्कार समारोह में भारी उद्योग और लोक उद्यम तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल और प्रख्यात अभिनेता श्री शैलेश लोढ़ा (तारक मेहता फेम) उपस्थित थे।
पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए, श्री अर्जुन राम मेघवाल ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के शब्दों को उद्धृत किया और कहा कि 2020 एक महत्वपूर्ण वर्ष है और इस वर्ष उनके अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए सम्मानित किए जा रहे सार्वजनिक उपक्रम देश को दीर्घावधि में आगे ले जाने के लिए ध्वजवाहक होंगे। ।
ओएनजीसी के कार्यपालक अर्जुन राम मेघवाल और शैलेश लोढ़ा से पीएसयू पुरस्कार प्राप्त करते हुए
पुरस्कार समारोह का आयोजन एक सम्मेलन के पश्चात किया गया, जिसमें प्रमुख संगठनों के अधिकारियों द्वारा पैनल चर्चा और प्रस्तुतियां शामिल थीं। भारत में सार्वजनिक उपक्रमों के लिए आईटी नवाचारों पर पैनल चर्चा के दौरान, मुख्य महाप्रबंधक (ई एण्ड टी) - संचार प्रमुख, कारपोरेट इन्फोकॉम सेवाएं, ओएनजीसी श्री डी.के.धीरज ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) के अनुप्रयोग और प्रौद्योगिकी 4.0 के कार्यान्वयन पर प्रकाश डाला।
ओएनजीसी के कार्यकारी ने कहा कि उचित संचार आधार अर्थात सैटेलाइट और स्थलीय लिंक का मिश्रण और साइबर सुरक्षा भी उद्योग 4.0 के समग्र कार्यान्वयन के दौरान प्रमुख हिस्सा बनना चाहिए। श्री धीरज ने कहा कि "साइबर खतरे से निपटने के लिए स्वतंत्र संगठनों और कर्मियों को नियोजित किया जाना चाहिए और प्रौद्योगिकी 4.0 के कार्यान्वयन के लिए इसकी नियमित रूप से निगरानी की जानी चाहिए।"
पैनल चर्चा के दौरान पीएसयू में आईटी नवाचारों पर बोलते हुए डी.के.धीरज
श्री धीरज ने आगे कहा कि पृथक संगठनों के वास्तविक उपयोगकर्ताओं (और आईटी विभाग नहीं) को नई प्रौद्योगिकियों के कार्यान्वयन के लिए प्रौद्योगिकी प्रदाताओं (सूचना प्रौद्योगिकी एक उत्प्रेरक होनी चाहिए) के सहयोग से परियोजनाओं को चलाना चाहिए - जिन्हें उपयोगकर्ता अनुकूल किया जाना चाहिए। “प्रौद्योगिकी 4.0 का कार्यान्वयन केवल एक संगठन के सीआईओ के साथ नहीं छोड़ा जाना चाहिए और इसके बजाय सीईओ को आगे आना चाहिए। एक टॉप-डाउन दृष्टिकोण होना चाहिए, जहां सभी एक साथ आएंगे और प्रौद्योगिकी 4.0 के सुचारू कार्यान्वयन के लिए हाथ मिलाएंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि ओएनजीसी का विजन 2040 उद्योग 4.0 के सुचारू कार्यान्वयन को सक्षम करने के लिए ओ एंड जी विशेषज्ञता और डिजिटल डोमेन अनुभव के सही मिश्रण के साथ डिजिटल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का गठन परिकल्पित करता है।
गवर्नेंस नाउ 7वें पीएसयू अवार्ड्स से सम्मानित होने वालों में ओएनजीसी की सहायक कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) भी शामिल थी। एचपीएलसीएल को तीन पुरस्कार मिले - डिजिटल पीएसयू, स्टार्ट-अप्स में निवेश और पर्यावरण और धारणीयता।