ओएनजीसी सौर चूल्हा अभियान - स्वच्छ घरेलू खाना पकाने की दिशा में एक कदम
परमाणु ऊर्जा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनिल काकोदकर ने मुंबई में 6 जनवरी, 2018 को विशेषज्ञ पैनल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए
ओएनजीसी ने हर ओर लोगों तक पहुंचने हेतु भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के अनुरूप एक "दक्ष इलेक्ट्रिक चूल्हा (स्टोव)" की ओर नवाचार संबंधी एक महत्वाकांक्षी परियोजना को प्रारंभ किया है। ओएनजीसी ने सौर चूल्हे के विकास हेतु नवाचारी समाधान तलाशने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया है। अभियान की अवधि के दौरान ओएनजीसी को 1500 से अधिक प्रविष्टियों के रूप में एक अत्यधिक उत्साहजनक प्रतित्तर प्राप्त हुआ। परमाणु ऊर्जा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनिल काकोदकर की अध्यक्षता वाले प्रख्यात वैज्ञानिक शामिल होने वाले एक विशेषज्ञ पैनल ने प्रस्तावों पर चर्चा करने के लिए 6 जनवरी, 2018 को मुंबई में बैठक की थी।
विशेषज्ञ पैनल की बैठक प्रगति पर
शार्टलिस्ट किए गए प्रतिभागियों को अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा जिसके पश्चात उनकी प्रस्तावित अवधारणाओं का प्रदर्शन होगा। शीर्ष 3 प्रविष्टियों को क्रमशः 10 लाख रुपए, 5 लाख रुपए तथा 3 लाख रुपए का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। यूनिटों के सफलतापूर्वक प्रर्दशन तथा परीक्षण निष्पादन पर प्रारंभ में ओएनजीसी द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में प्रदर्शन हेतु लगभग 1000 यूनिटों की खरीद की जाएगी। ओएनजीसी जनता के मध्य उत्पाद को लोकप्रिय बनाने के लिए ओएनजीसी द्वारा स्थापित स्टार्ट-अप निधि से 1000 यूनिटों के फैब्रीकेशन हेतु वित्तीय सपोर्ट भी मुहैया करा सकता है।
ओएनजीसी स्वच्छ ऊर्जा को अंतिम मील तक पहुंचाने को सुनिश्चित करने के लिए एक दक्ष घरेलू खाना पकाने के समाधान को ढूंढने की दिशा में कार्य कर रहा है।