Sea Survival Training
- Why is Sea Survival Training critical?
- ONGC’s Sea Survival Centre: A National, and indeed, a Global asset
- Safety is paramount and valuable
- A Training for all!
- Other important training protocols
जम्मू में ओएनजीसी द्वारा वित्तपोषित यात्री निवासः पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेन्ट गवर्नर मनोज सिन्हा के साथ किया शिलान्यास
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्दर मोदी के विचारों से प्रेरित होकर ऑयल एण्ड नैचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी) जम्मू के सिधरा में राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण केन्द्र एवं यात्री निवास के निर्माण के लिए आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। माननीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी और जम्मू-कश्मीर के माननीय लेफ्टिनेन्ट गवर्नर श्री मनोज सिन्हा ने 6 जून 2023 को केन्द्र का शिलान्यास किया।
हर साल लाखों श्रद्धालु श्रीनगर और अमरनाथ की यात्रा करते हैं। इस यात्रा के दौरान विशेष रूप से ज़रूरतमंद पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को लॉजिस्टिक्स संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में ओएनजीसी द्वारा वित्तपोषित यह यात्री निवास वर्ष में 30000 यात्रियों को आवास सुविधाएँ उपलब्ध कराकर लॉजिस्टिक्स की चुनौतियों को काफी हद तक हल कर देगा। तथा पर्यटकों एवं तीर्थयात्रियों की यात्रा को आसान बनाएगा।
ओएनजीसी आपदा प्रबन्धन केन्द्र ठहरने, सफाई, सुरक्षित पेय जल जैसी ज़रूरी सुविधाएँ उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह आपदा के समय आपदा राहत और ज़रूरी जानकारी के वितरण के लिए केन्द्र की तरह काम करेगा। इसके अलावा यह केन्द्र ज़रूरतमंद पर्यटकों/ तीर्थयात्रियों के लिए भोजन और आवास की सुविधाओं पर ध्यान केन्द्रित करते हुए यातायात प्रबन्धन को सुनिश्चित कर पर्यटकों/ तीर्थयात्रियों को सुगम यात्रा का अनुभव प्रदान करेगा।
इसके अलावा ओएनजीसी द्वारा प्रदत्त इन सुविधाओं की वजह से यात्रियों की संख्या बढ़ने के कारण स्थानीय लोगों जैसे अर्द्धकुशल, अकुशल एवं कुशल कर्मचारियों, कारीगरों, दिहाड़ी मजदूरों, विक्रेताओं और बुनकरों के जीवन पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण केन्द्र एवं यात्री निवास का निर्माण 1.84 एकड़ (8378 वर्ग मीटर) के प्लॉट में किया जाएगा, इसका बिल्ट अप एरिया लगभग 1.875 एकड़ (8500 वर्ग मीटर) होगा। ओएनजीसी, अपनी सीएसआर प्रतिबद्धता को बनाए रखते हुए, अपने कॉर्पोरेट इन्फ्रास्ट्रक्चर ग्रुप के माध्यम से सुनिश्चित करेगी कि यह परियोजना समय पर और कुशलता पूर्वक पूर्ण हो।
अपनी व्यापक सीएसआर पहल के तहत ओएनजीसी ने परियोजना के लिए रु 51 करोड़ का योगदान देने की व्यवस्था की है। भारत के उर्जा महारत्न ओएनजीसी की यह पहल देश सेवा के प्रति इसकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
ओएनजीसी के सीईओ एवं चेयरमैन श्री अरूण कुमार सिंह एवं अन्य माननीय अतिथियों ने आयोजन में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में ओएनजीसी और जम्मू-कश्मीर केन्द्र शासित प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
जारीकर्ता:
ऑयल एण्ड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड
निगमित संचार, नई दिल्ली । टेलीफोन:+91-11-26754013
ई-मेल: ongcdelhicc@ongc.co.in